नाजुक से सपने, सहेज कर ना रखो, कुछ करने की है, हिम्मत, उड़ने का हौसला रखो...! नाजुक से सपने, सहेज कर ना रखो, कुछ करने की है, हिम्मत, उड़ने का हौसला रखो...!
संसार पटल पर भारतीय का डंका बजायेगा।। विश्वास दो ये विश्व विजेता देगा।। संसार पटल पर भारतीय का डंका बजायेगा।। विश्वास दो ये विश्व विजेता देगा।।
ख़त्म-ख़त्म है जूनून, तन बदन निढाल है निचुड़ी सी आत्मा को निगल रहा काल है।। ख़त्म-ख़त्म है जूनून, तन बदन निढाल है निचुड़ी सी आत्मा को निगल रहा काल है।।
सपने के लिये अथाह प्रयास करना ! सपने के लिये अथाह प्रयास करना !
जो आसमान आँखों में है, उसे कदमों के नीचे लाना है...! जो आसमान आँखों में है, उसे कदमों के नीचे लाना है...!
क्यों डर जाऊं इस मुकाम से, ये जगह नहीं है बुजदिलों की।। क्यों डर जाऊं इस मुकाम से, ये जगह नहीं है बुजदिलों की।।